विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को लेकर मचे बवाल के बीच महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के परपोते तुषार गांधी (Great Grandson Tushar Gandhi) ने एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि सावरकर ने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में मदद की थी. हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी (Maharashtra BJP) ने तुषार गांधी के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है और उसे पूरी तरह निराधार बताया है.
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दरअसल तुषार गांधी ने एक ट्वीट (Tweet) किया, जिसमें उन्होंने लिखा- 'सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की, उन्होंने बापू की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को एक कारगर बंदूक खोजने में भी मदद की. बापू की हत्या से दो दिन पहले तक गोडसे के पास गांधी की हत्या के लिए एक कारगर हथियार नहीं था.' अपने अगले ट्वीट में तुषार ने लिखा- जब 1930 के दशक में बापू को मारने के लिए कई कोशिशें की गई, प्रबोधनकर ठाकरे ने बापू के साथियों को अकोला, विदर्भ में बापू को मारने की साजिश के बारे में आगाह किया और उनकी जान बचाई. इसके बाद उन्होंने सनातनी हिंदू संगठनों और महाराष्ट्र में उनके नेतृत्व को बापू पर जानलेवा हमलों से दूर रहने की चेतावनी दी थी.
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बता दें कि तुषार गांधी का ये बयान 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान सावरकर पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के उस बयान के बाद आया है, जिसमें राहुल ने कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की और जेल में रहने के दौरान दया याचिकाएं लिखी थीं.