उत्तर प्रदेश (UP) की सियासत में 'चाचा-भतीजे' (Shivpal-Akhilesh) की लड़ाई का फायदा बीजेपी (BJP) को मिल सकता है. दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल (shivpal yadav)लगातार ऐसा ही संकेत दे रहे हैं. सोमवार को उन्होंने सुबह-सुबह ट्वीट (Tweet) कर भगवान राम (Lord Ram) के चरित्र को 'परिवार, संस्कार और राष्ट्र' निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला बताया है. उन्होंने लिखा नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने और उसे गुनने का भी क्षण है.
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बता दें कि कभी सीएम से मुलाकात कर, कभी योगी-मोदी (Yogi-Modi) को सोशल मीडिया पर फॉलो कर तो कभी राम का गुणगान कर शिवपाल लगातार BJP से जुड़ने के संकेत दे रहे हैं.
दरअसल, अखिलेश और शिवपाल के बीच दरार कोई नया नहीं है, भतीजे से नाराज होकर ही शिवपाल ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी...हालांकि, इस साल विधानसभा चुनाव में शिवपाल, अखिलेश के साथ खड़े दिखाई दिए...लेकिन सपा की हार और फिर संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी ना मिलने से शिवपाल एक बार फिर भतीजे से दूर होते दिखे. उन्होंने हाल ही में अखिलेश के बुलावे पर बैठक का बायकॉट कर दिया और सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके लगभग साफ कर दिया है कि अपर्णा यादव के बाद अब वो भी बीजेपी में एंट्री ले सकते हैं.