समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की आजम खान (Azam Khan) से मुलाकात ने यूपी में नए सियासी समीकरण बन रहे हैं. अखिलेश-आजम के बीच मतभेद दूर होने की खबरों ने शिवपाल (Shivpal Yadav) के लिए टेंशन बढ़ा दी है. सियासी हलकों में इस बात की चर्चा है कि शिवपाल का अगला कदम क्या होगा? आजम के साथ शिवपाल के नए मोर्चे बनने का सपना अखिलेश के दांव के बाद टूटता नजर आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिवपाल अब बीजेपी (BJP) में जाने के विकल्प पर विचार कर सकते हैं. विधानसभा चुनाव में सपा को मिली हार के बाद से ही उन्होंने अखिलेश के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर रखा है. ऐसे में मुलायम की बहू अपर्णा यादव की तरह शिवपाल भी भगवा कैंप में जा सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों के बीच लोकसभा उपचुनाव (lok sabha byelection) को लेकर सहमति बन गई है. आजम खान के विधायक बनने के बाद रामपुर सीट और अखिलेश के विधायक बनने के बाद आजमगढ़ सीट पर उपचुनाव होने हैं. बता दें कि अस्पताल से निकलने के बाद अखिलेश यादव ने आजम के साथ मुलाकात की तस्वीरें शेयर की थी.
ये भी पढ़ें-High Court की भगवंत सरकार को फटकार, Punjab में बहाल होगी 424 लोगों की वीआईपी सुरक्षा
हाल ही में यूपी विधानसभा के अंदर बीजेपी और शिवपाल के बीच अच्छी केमेस्ट्री दिखी. योगी ने शिवपाल को ईमानदार और मेहनती बनाकर उनकी तारीफ की. बजट सत्र के दौरान शिवपाल ने यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे मुद्दों पर जो विचार रखे वह भाजपा के अजेंडे से मेल खाते हैं.