केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smiriti irani) की ओर से दायर मानहानि (defamation) के मामले में सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस के तीन नेताओं को समन जारी किया है. हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, जयराम रमेश और नेट्टा डिसूजा को नोटिस जारी करके जबाव मांगा है. जिसमें उन्होंने स्मृति ईरानी के बेटी पर गोवा में अवैध रूप से बार संचालित करने का आरोप लगाया है.
24 घंटे के अंदर ट्वीट डिलीट करें कांग्रेस नेता-HC
HC ने कांग्रेस नेताओं से 24 घंटे के अंदर स्मृति ईरानी और उनकी बेटी जोइश ईरानी (zoish irani) पर किए गए सभी आपत्तिजनक ट्वीट हटाने के भी निर्देश दिए हैं. हाईकोर्ट ने कहा कि अगर कांग्रेस नेता खुद अपने पोस्ट नहीं हटाते हैं तो सोशल मीडिया (social media) प्लेटफॉर्म उन ट्वीट और पोस्ट को हटाएंगे.
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हम कोर्ट में जबाव देंगे-जयराम रमेश
हाईकोर्ट (HC)का नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा कि वो और इस मामले में शामिल अन्य कांग्रेस नेता हाईकोर्ट के सामने सारे तथ्य रखेंगे और स्मृति ईरानी द्वारा मामले को भटकाने के प्रयास को विफल कर देंगे.
क्या है पूरा विवाद ?
बता दें कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा (Pawan Kheda) और नेट्टा डिसूजा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोइश ईरानी पर गोवा (Goa) में अवैध रूप से बार (bar) चलाने का आरोप लगाया था. और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईरानी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी. जिसके बाद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेताओं पर 2 करोड़ के मानहानि का मुकदमा दायर किया है. ईरानी ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनटी बेटी बार नहीं चलाती बल्कि पढ़ाई कर रही है.
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