Swati Maliwal: स्वाति मालीवाल के साथ कथित तौर पर मारपीट के मामले में आरोपी बिभव कुमार की जमानत अर्जी पर सोमवार को तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान स्वाति मालीवाल ने कहा कि "मुझे बुरी तरह मारा पीटा गया ट्रोलर्स को छोड़ दिया गया. आरोपी को साथ लेकर घूम रहे हैं मुख्यमंत्री, उनके पास बड़ी मशीनरी है और पूरी मशीनरी आरोपी को बचाने में झोंक रखी है" कोर्ट में बिभव का बचाव करते हुए वकील ने कहा कि बिभव कुमार पर लगे सभी आरोप झूठे हैं. खुद भी चोट लगाई जा सकती है. उन्होन कहा कि एफआईआर तात्कालिक नहीं सोच समझकर कराई गई. वो दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकीं है उन्हें नियम पता है. 3-4 दिन के बाद मेडिकल कराया गया. आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि उनकी जांच अहम मोड़ पर है और केस की रिपोर्टिंग में देरी कोई मुद्दा नहीं है.
इस दौरान विभव कुमार की जमानत का विरोध कर रहे वकील ने कहा कि आरोपी अपने फोन को फॉर्मेट करने के लिए मुंबई गया था. हम आगे की पुलिस हिरासत की मांग कर सकते हैं. कोर्ट ने पूछा, पुलिस आरोपियों का फोन क्यों देख रही है? इसका जवाब देते हुए वकील ने कहा कि आईफोन को फॉर्मेट करने के बाद सौंप दिया गया था, यह टेम्परिंग है ये कहते हुए पेपर सबमिट किया. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज के गायब होने पर भी सवाल उठाए गए.
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी सांसद स्वाति मालीवाल शुद भी दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट पहुंचीं. सुनवाई के दौरान स्वाति कोर्ट में रो पड़ी.विभव कुमार के वकील ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि स्वाति मालीवाल ने CM के ड्राइंग रूम की जगह इसलिए चुनी क्योंकि वहां कोई सीसीटीवी नहीं है.वह जानती थीं कि वहाँ कोई सीसीटीवी नहीं हैं इसलिए उन्होंने ऐसी जगह चुनी जिससे बाद में आरोप आसानी से लगाए जा सकें. विभव के वकील द्वारा दी गई दलीलों के बाद स्वाति मालीवाल रोने लगीं