UCC Controversy: जब से पीएम मोदी ने सार्वजनिक मंच ले यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) का जिक्र किया है, तभी से संभावना तेज हो गई हैं कि सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की तैयारी तेजी से कर रही है. इसी को लेकर अब सियासी दलों की राय बंटती दिख रही है. कोई दल इसका समर्थन करता दिख रहा है, तो कई विपक्षी दल इसका खुले तौर पर विरोध कर रहे हैं.
तमिलनाडु (Tamilnadu) के सीएम एमके स्टालिन (CM MK Stalin) ने अब समान नागरिक संहिता कानून को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (DMK) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने गुरुवार को 'यूसीसी पर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कहा कि- 'हमारे मोदी कहते हैं कि एक देश में दो तरह के कानून नहीं होने चाहिए.'
स्टालिन आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काकर और देश में भ्रम पैदा करके 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने की सोच रहे हैं. स्टालिन ने उन पर 'कानून और व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह से बाधित करने' और 'धार्मिक हिंसा' का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
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सीएम एमके स्टालिन ने कहा, 'मैं आपको स्पष्ट रूप से बता रहा हूं कि लोग आगामी लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं.' स्टालिन ने पार्टी के एक पदाधिकारी की पोती की शादी के बाद यह टिप्पणी की। यह शादी द्रमुक मुख्यालय 'अन्ना अरिवलयम' के एक सभागार में हुई.
आप कर चुकी है बीजेपी का समर्थन
गौर करने वाली बात ये ही कि एक तरफ विपक्षी एकता दिखाने वाले कई दल खुलकर इसका विरोध कर रहे हैं. तो वहीं कई दल जैसे 'आम आदमी पार्टी' यूनिफॉर्म सिविल कोड पर केंद्र सरकार का साथ देती दिख रही है. AAP का कहना है कि वो सैद्धांतिक रूप से मोदी सरकार का समर्थन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार को इस पर सभी धर्मों के लोगों और सियासी दलों से विचार विमर्श करने के बाद ही ये फैसला लेना चाहिए.