Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक के बीच हर किसी की नजरें जिस एक राजनेता पर हैं, वह हैं उद्धव ठाकरे... महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बेहद छोटे से राजनीतिक जीवन में बेहद तेजी से मुख्यमंत्री तक का सफर तय कर लिया. वह NCP-Congress-Shiv Sena की साझा सरकार में मुख्यमंत्री बने. इस गठबंधन को महाविकास अघाड़ी ( Maha Vikas Aghadi ) के नाम से जाना जाता है. महाराष्ट्र में मचे सियासी भूचाल के बीच आइए जानते हैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के राजनीतिक करियर के बारे में...
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उद्धव का पूरा नाम उद्धव बालासाहेब ठाकरे ( Uddhav Balasaheb Thackeray) है. उद्धव का जन्म 27 जुलाई 1960 को हुआ था. 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद वह राज्य के 19वें मुख्यमंत्री बने. वह अपने राजनीतिक दल शिवसेना के अध्यक्ष भी हैं.
उद्धव शिव सेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ( Shiv Sena Founder Balasaheb Thackeray ) के बेटे हैं. उनकी मां का नाम मीनाताई ठाकरे ( Meenatai Thackeray ) है. उद्धव ने जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से ग्रेजुएशन किया हुआ है. वह एक पेशेवर फोटोग्राफर भी हैं. बालासाहेब ठाकरे ने जिस मराठी समाचार पत्र सामना की शुरुआत की थी, उद्धव उसके एडिटर इन चीफ भी रहे हैं.
2002 के Brihan Mumbai Municipal Corporation elections के दौरान उद्धव को पार्टी का कैंपेन इंचार्ज बनाया गया. इन चुनावों में शिवसेना ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. 2003 में उन्हें शिवसेना का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया.
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2006 में शिव सेना में विभाजन हो गया. उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे ने अपनी खुद की पार्टी Maharashtra Navnirman Sena बनाने के लिए शिवसेना छोड़ दी. 2012 में बाला साहेब ठाकरे के निधन के बाद उद्धव को 2013 में पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया. उद्धव के नेतृत्व में ही शिवसेना ने NDA के साथ रहकर 2014 में केंद्र की सत्ता हासिल की.
2019 में उद्धव ने NDA से पुराना रिश्ता तोड़कर NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी बनाई. इस गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाई और उद्धव मुख्यमंत्री बने. 2022 में पार्टी मीटिंग में उद्धव ने कहा कि हमने बीजेपी को केंद्र की सत्ता हासिल करने में पूरा सहयोग किया. हम चाहते थे कि वह केंद्र संभाले और हम राज्य. लेकिन हमें धोखा मिला. उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदुत्व का मतलब नहीं जानती है. हमने बीजेपी के साथ रहकर अपने 25 साल बर्बाद कर दिए.
उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने से पहले किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं रहे थे. हालांकि एक छोटे से राजनीतिक संकट के बाद 28 नवंबर 2019 को उन्होंने महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री की शपथ ली. वह महा विकास अघाड़ी के अध्यक्ष भी चुने गए.
2021 में, प्रश्नम सर्वे में उद्धव ठाकरे को देश के 13 राज्यों में सबसे चर्चित मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया. सर्वे में हिस्सा लेने वाले आधे वोटर्स ने माना कि वे उद्धव को ही दोबारा वोट करेंगे.
उद्धव का फोटोग्राफी में खासा रुझान है. उन्होंने 2004 में जहांगीर आर्ट गैलरी में महाराष्ट्र के किलों की कई तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई थी. उन्होंने 2010 में महाराष्ट्र देश और 2011 में Pahava Vitthal के नाम से एक फोटो बुक भी पब्लिश की. 16 जुलाई 2012 को उद्धव ठाकरे को मुंबई के लीलावती अस्पताल में सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उनकी एंजियोप्लास्टी की गई और उनकी आर्टरीज में 3 ब्लॉकेज को हटा दिया गया.
उद्धव ठाकरे की शादी रश्मि ठाकरे के साथ हुई. उद्धव के दो बेटे आदित्य और तेजस हैं. रश्मि ठाकरे सामना और मार्मिक की एडिटर हैं. रश्मि, माधव पाटनकर की बेटी हैं. पाटनकर आरएसएस के सदस्य रहे हैं. रश्मि की दोस्ती राज ठाकरे की बहन जयवंती से हुई थी और इसी वजह से वह उद्धव के संपर्क में आईं. 1989 में दोनों ने शादी कर ली.
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उद्धव के बड़े बेटे आदित्य ठाकरे शिवसेना की छात्र ईकाई युवा सेना के अध्यक्ष हैं. वह महाराष्ट्र सरकार में टूरिज्म और पर्यावरण मामलों के मंत्री हैं. आदित्य के छोटे भाई तेजस ठाकरे वाइल्डलाइफ रिसर्चर हैं.