Uniform Civil Code: देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लाने के मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां (opposition parties) मोदी सरकार (Modi government) पर हमलावर हैं. इसी बीच रक्षा मंत्री (Defense Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने विपक्षी दलों को करारा जवाब दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की बात करता है तो राजनीतिक विरोधी इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि समाज को बांटकर राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि समाज और देश को एक साथ लेकर राजनीति करनी चाहिए.
देश में एक कानून नहीं होना चाहिए?
जोधपुर के शेरगढ़ में एक रैली को संबोंधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हम जो करने जा रहे हैं, वह भारतीय संविधान में नीति निर्धारकों ने लिखा है. हम उन्हीं के वचन को पूरा करने जा रहे है. राजनाथ सिंह ने सवालिया अंदाज में कहा कि "क्या एक देश, एक विधान देश में नहीं होना चाहिए.. एक कानून नहीं होना चाहिए?’’
उन्होंने आगे कहा कि ‘‘अगर कोई यह चाहता है कि उसे जितनी मर्जी हो, उतनी शादियां करने की आजादी मिल जाये.... तो यह भारत में नहीं होगा." रक्षा मंत्री ने कहा कि महिलाओं का सम्मान हमारी प्रतिबद्धता है, चाहे वो किसी भी जाति पंथ या धर्म की हों, तीन तलाक बोलकर कोई भी अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकता.
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उन्होंने सवाल किया, कि 'हम क्या गलत कर रहे हैं ? हम माताओं बहनों को सम्मान दे रहे हैं. हमने अपने घोषणापत्र में भी कहा था, तो फिर क्यों विरोध किया जा रहा है? हर चीज को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जाती है, हम देश ऐसे नहीं चलने देंगे.’’ रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत को पहले 'कमजोर' और 'गरीबों की भूमि' के रूप में देखा जाता था, जबकि अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जब भारत बोलता है, तो लोग ध्यान लगाकर सुनते हैं.