Rampur loksabha Byelection 2022: रामपुर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद सपा विधायक आजम खान ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इसे न चुनाव कह सकते हैं, न चुनावी नतीजे आना कह सकते हैं. मुसलमानों की बस्ती में जहां 900 वोट के पोलिंग स्टेशन में सिर्फ 6 वोट डाले गए और 500 के पोलिंग स्टेशन में सिर्फ 1 वोट डाला गया.
जिस तरह से वोट डाले गए, हम इसे अपने प्रत्याशी की जीत मानते हैं. मालूम हो कि बीजेपी उम्मीदवार घनश्याम सिंह लोधी ने 42,192 वोटों से सपा उम्मीदवार असीम रजा को हरा दिया है. बता दें कि विधायक बनने के बाद आजम खान ने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यहां लोकसभा उपचुनाव हुए. आजम खान ने अपने समर्थक असीम रजा को इस सीट से उतारा था.
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अखिलेश ने भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या बताया
वहीं इस पूरे मामले पर लोकसभा उपचुनाव के दौरान रामपुर तथा आजमगढ़ में प्रचार से किनारा करने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे बीजेपी के राज में लोकतंत्र की हत्या की क्रॉनोलॉजी बताया.
अखिलेश यादव ट्टीट कर इसे क्रमवार समझाया. उन्होंने लिखा नामांकन के समय चीरहरण, नामांकन निरस्त कराने का षड्यंत्र, प्रत्याशियों का दमन, मतदान से रोकने के लिए दल-बल का दुरुपयोग. काउंटिंग में गड़बड़ी. जन प्रतिनिधियों पर दबाव, चुनी सरकारों को तोड़ना. ये है आज़ादी के अमृतकाल का कड़वा सच!"
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