Gomti Riverfront Scam: यूपी में चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) का भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को समर्थन देने के बाद योगी सरकार ने बड़ा झटका दिया है. सरकार के शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाने के बाद अब CBI ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाला मामले में आगे की जांच के लिए पूछताछ की अनुमति मांगी है. इस घोटाले में तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव और दो वरिष्ठ अधिकारी रडार पर हैं. इस मामले में योगी सरकार (Yogi Government) ने सिंचाई विभाग से संबंधित रिकॉर्ड तलब किया है, रिकॉर्ड के आधार पर मामले में भूमिका मिलने पर CBI को पूछताछ की अनुमति दी जाएगी.
1438 करोड़ घोटाला
बता दें कि 2017 में यूपी की सत्ता संभालने के साथ ही CM योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट की जांच कराई थी. गोमती रिवरफ्रंट अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था. न्यायिक जांच में भारी घोटाला सामने आने के बाद मामला CBI के पास चला गया था. ये घोटाला करीब 1438 करोड़ रुपये का माना जा रहा है. इस मामले में कई इंजीनियरों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है. वहीं, 2 IAS अधिकारियों समेत तत्कालीन सिंचाई मंत्री की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है.
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