Manoj Jha Speech Row: आरजेडी सांसद मनोज झा ने महिला आरक्षण बिल के दौरान राज्यसभा में ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता सुनाई थी.
"चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ठाकुर का.
भूख रोटी की, रोटी बाजरे की, बाजरा खेत का, खेत ठाकुर का।
बैल ठाकुर का, हल ठाकुर का, हल की मूठ पर हथेली अपनी, फसल ठाकुर की।
कुआं ठाकुर का, पानी ठाकुर का, खेत-खलिहान ठाकुर के, गली-मोहल्ले ठाकुर के फिर अपना क्या ?"
मनोज झा के इसी बयान पर अब बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन और बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने उनपर बुरी तरह आक्रोशित हो उठे हैं.
आनंद मोहन ने वार करते हुए कहा कि- 'अगर मैं राज्यसभा में होता तो उनकी जीभ खींच लेता और आसन की ओर उछाल देता.' इतना ही नहीं बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने भी मनोज झा पर निशाना साधते हुए कहा कि- अगर वो राज्यसभा में उस वक्त होते तो, पटककर उनका मुंह तोड़ देते.
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दोनों ही नेताओं ने मनोज झा पर ठाकुरों के अपमान का आरोप लगाया है. आनंद मोहन ने कहा कि- 'आप कहते हैं कि अपने अंदर के ठाकुर को मारो. आप ठाकुरों को कहां-कहां मारोगे. रामायण में ठाकुर, महाभारत में ठाकुर.' झा को लपेटे में लेते हुए आनंद मोहन ने कहा कि- 'जिस मंदिर में तुम घंटी बजाते हो वहां भी ठाकुर बैठे हुए हैं.'