अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक देश के 11 राज्यों में युवा प्रदर्शन (Protest) कर रहे हैं तो विपक्ष भी केंद्र सरकार (Central Goverment) को घेर रहा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह (VK Singh) ने प्रदर्शनकारियों को खरी-खरी सुनाई है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां अनिवार्यता नहीं है, जिसको आना है आए. अगर आपको अग्निपथ योजना अच्छी नहीं लगी तो मत आओ. आपको बोल कौन रहा है आने को, आप बसें जला रहे हो, ट्रेन जला रहे हो, किसी ने आपको बोला कि हम आपको फौज में लेंगे.
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किसी ने कहा है कि आपको सेना में ले जाया जाएगा?
केंद्रीय वी.के. सिंह ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि अगर कोई 4 साल सेना में सेवा करने के बाद आता है तो वह सक्षम है और उसे किसी सहारे की जरूरत नहीं है. सेना रोजगार का साधन नहीं है. यह कोई दुकान या कंपनी नहीं है. सेना में जो भी जाता है, स्वेच्छा से वहां जाता है. यह एक स्वैच्छिक योजना है. जो आना चाहते हैं वे आ सकते हैं. आपको आने के लिए कौन कह रहा है? आप बस और ट्रेन जला रहे हैं, किसी ने कहा है कि आपको सेना में ले जाया जाएगा? गौरतलब है कि इसस पलहे रविवार को तीनों सेनाओं ने एक साझा प्रेस कांफ्रेंस में अग्निपथ योजना को वापस नहीं लेने का ऐलान किया है.