पश्चिम बंगाल के बीरभूम में नृशंस हत्याकांड (Birbhum Violence in West Bengal) भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) के बीच राजनीति का नया अखाड़ा बनता दिखाई दे रहा है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कहा है कि बंगाल के बीरभूम में हुई हत्याओं ने हिंदुस्तान को झकझोर दिया है. 6 महिलाओं और 2 बच्चों को जिंदा जलाया जाना देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) में पता चल गया है कि महिलाओं और बच्चों को जलाने से पहले बर्बरता से पीटा गया था.
उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी के कार्यकर्ताओं (Workers of Mamata Banerjee) ने अभी तक बीजेपी के करीब 200 वर्कर्स को मौत के घाट उतारा है. पात्रा ने कहा कि बीते कुछ समय में 26 राजनीतिक हत्याएं बंगाल में हुई हैं. ममता को इन्हें रोकना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. घटना के बाद पुलिस गायब थी. उन्होंने कहा कि ये बदले की राजनीति वाली 'बंगाल फाइल्स' है.
वहीं, गुरुवार को ममता बनर्जी बीरभूम में रामपुरहाट के उस गांव पहुंची जहां हिंसा हुई थी. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का चेक भी सौंपा. जिनके घर जले उन्हें 2 लाख रुपये की मदद दी गई, ताकि वे घर बना सकें. ममता ने कहा कि आग हादसे में जान गंवाने वाले 10 लोगों के परिवार को सरकारी नौकरी दी जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स में जानकारी मिली है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीरभूम हिंसा मामले में DG को तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक प्रेसीडेंट को गिरफ़्तार करने का आदेश दिया है.
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