इस वक्त मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले दो पूर्व मंत्रियों के नाम खूब चर्चा में हैं और सबसे ज्यादा चर्चा इनके राजनीतिक भविष्य को लेकर हो रही है. हर कोई यही जानना चाह रहा है कि अब मुख्तार अब्बास नकवी और जेडीयू कोटे से मंत्री बनाए गए आरसीपी सिंह का राजनीतिक भविष्य क्या होगा ?
नकवी को मिलने जा रहा बड़ा तोहफा !
बता दें कि 7 जुलाई को दोनों नेताओं की राज्यसभा सदस्यता खत्म हो चुकी है और उससे ठीक एक दिन पहले दोनों नेताओं ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में केंद्र सरकार में एकमात्र अल्पसंख्यक मंत्री रहे मुख्तार अब्बास नकवी को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं कि बीजेपी उन्हें केरल का राज्यपाल बना सकती है. ऐसी खबरें हैं कि उपराष्ट्रपति के लिए बीजेपी मोहम्मद आरिफ खान का नाम आगे बढ़ा सकती है और उनकी जगह मुख्तार अब्बास नकवी को केरल के राज्यपाल का पद दे सकती है.
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वहीं बीजेपी के बेहद करीबी माने जाने वाले जेडीयू नेता आरसीपी सिंह को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है. ऐसी खबरें हैं कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि बीजेपी ने दोनों नेताओं को आगे मंत्री क्यों नहीं बनाया.
नकवी और आरसीपी सिंह होंगे राजनीति से दूर!
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि मुख्तार अब्बास नकवी पार्टी के लिए मुस्लिम वोट लाने में नाकाम रहे हैं इसीलिए पार्टी अब उन्हें चुनावी राजनीति से अलग कर रही है. वहीं, आरसीपी सिंह भी मास लीडर नहीं माने जाते हैं ऐसे में नीतीश को नाराज़ करके बीजेपी आरसीपी सिंह को शायद ही पार्टी में शामिल करे.