Raghav Chadha On Paper Leak: AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार को घेरा. राघव चड्ढा ने राज्यसभा में कहा कि हमारे देश में दो तरह के IPL चल रहे हैं. पहला, गेंद और बल्ले का खेल होता है जिसे इंडियन प्रीमियर लीग कहते हैं. और दूसरा इंडियन पेपर लीक है जिसमें देश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खेल होता है. इसके तहत देश के छात्रों का भविष्य सुरक्षित करने के बजाय उन्हें बर्बाद करने का काम किया गया.
राघव चड्ढा ने और क्या कहा ?
राघव चड्ढा ने कहा कि, 'इंडिया पेपर लीक से नीट-यूजीसी नेट की परीक्षा में बैठने वाले 35 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में है. पिछले 10 साल में केंद्र की सरकार हमारे युवाओं को अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं दे पाई है. इसलिए इस सरकार में व्यापम घोटाला, यूजीसी नेट, तेलंगाना सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट हिंदी परीक्षा, असम एचएससी एलसी जनरल साइंस, उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती, राजस्थान फॉरेस्ट गार्ड, बिहार पीसीएस, गुजरात हेड क्लर्क एग्जाम, एसएसजी सीजीएल, यूपी टीईटी, राजस्थान यूनिवर्सिटी, यूपीपीएससी, महाराष्ट्र एचएससी केमिस्ट्री,आरईईटी, हरियाणा पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा, हिमाचल प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा, रेलवे भर्ती ग्रुप डी परीक्षा, बिहार बोर्ड 10वीं कक्षा की परीक्षा दिल्ली यूनीवर्सिटी लॉ एंट्रेंस परीक्षा जामिया मिल्लिया लॉ एंट्रेंस परीक्षा और इस साल के नीट पेपर समेत कई पेपर लीक हुए हैं. हम अपने देश के युवाओं को अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं दे पाए.'
35 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर: राघव चड्ढा
राघव चड्ढा ने कहा कि आज नीट और यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर लीक होने की वजह से देश के 35 लाख बच्चों का भविष्य दाव पर है. वो 35 लाख बच्चे आज देश की संसद की तरफ इस उम्मीद से देख रहे हैं कि शायद उनके हक की बात होगी. भारत की 65 फीसद आबादी 35 साल से कम उम्र की है. हम दुनिया का सबसे युवा देश हैं. भारत की औसत उम्र मात्र 29 साल है. यहां प्राइमरी, सेकेन्डरी और उच्च शिक्षा लेने वाले बच्चों की संख्या मिलाकर करीब 31 करोड़ छात्रों की संख्या है. लेकिन हमारी सरकार ने इन युवाओं के लिए क्या किया है?
ये भी पढ़ें: Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 121 हुआ, 28 अन्य घायल