राष्ट्रपति पद (Presidential election) के लिए विपक्षी दलों को तरफ से यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया गया है. एनसीपी सुप्नीमो शरद पवार (Sharad Pawar) की अध्यक्षता में विपक्षी दलों की मीटिंग में यह फैसला लिया गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा 27 जून को राष्ट्रपति के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करेंगे. मंगलवार को विपक्ष की बैठक हुई, इसमें 19 दलों ने हिस्सा लिया. टीएमसी (TMC) की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा का नाम आगे बढ़ाया गया. जिसे सभी दलों ने स्वीकार कर लिया.
बैठक से पहले ले सिन्हा ने ट्वीट किया कि TMC में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का आभारी हूं. उन्होंने राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही टीएमसी ने इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए. मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी.
ममता ने यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने पर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया,"'आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार बनाए जाने पर यशवंत सिन्हाजी को बधाई. वे कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति हैं, जो निश्चित रूप से हमारे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाए रखेंगे." इससे पहले शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी ने विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति के उम्मीदवार बनने का ऑफर ठुकरा दिया था. बता दें कि यशवंत सिन्हा बीजेपी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे.