अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भव्य और दिव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इससे पहले अयोध्या को सुरक्षा के मोर्चे पर अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है. पीएम मोदी की उपस्थिति में होने वाले इस समारोह में करीब 8000 वीआईपी अतिथि रहेंगे. यही वजह है कि आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी निगरानी और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है.
ड्रोन से सिक्योरिटी मॉनिटरिंग
कार्यक्रम से पहले 10 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए जा रहा हैं. जिसकी मद्द से चप्पे-चप्पे की निगहबानी की जाएगी. 22 जनवरी को अयोध्या में परिंदा भी पर न मार सके इसलिए ड्रोन और सीसीटीवी के अलावा बड़ी संख्या में विशेष तौर पर प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होगी. वे ऑटोमैटिक हथियारों से लैस होंगे.
सुरक्षा एजेंसियों सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए 7 लेयर का घेरा तैयार किया है. पहले घेरे में SPG के कमांडो होंगे और जिनके हाथ में अत्याधुनिक हथियार होंगे. दूसरे घेरे में NSG के जवान होंगे. तीसरे घेरे में IPS अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे.
चौथे घेरे का जिम्मा CRPF के जवानों पर होगा. पांचवें घेरे में यूपी एटीएस के कमांडो होंगे जो किसी भी संदिग्ध परिस्थिति में एक्शन लेने के लिए तैयार होंगे. छठे घेरे में आईबी और सातवें घेरे में स्थानीय पुलिस के जवानों की फौज खड़ी होगी.