देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) का खतरा हर रोज बढ़ रहा है. इसी के मद्देनजर अब केंद्र सरकार हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर समेत 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन की प्री-कॉशन डोज (Vaccine Precaution Dose) देने जा रही है. ये प्रोसेस 10 जनवरी से शुरू होगा. डॉक्टरों की सलाह पर एहतियात के तौर पर ये शुरुआत की जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि, जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाए हुए 9 महीने बीत चुके हैं, उन्हें भी ये प्रीकॉशन डोज लगाई जा सकती है.
वहीं, सरकार इस डोज को लेकर कुछ ऐसा नियम बना सकती है. जिसके मुताबिक जिन लोगों को पहली दो खुराक एक वैक्सीन की दी गई है, उन्हें तीसरी डोज अलग वैक्सीन की दी जाएगी.
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) के CEO डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि, बुजुर्ग को ये डोज तभी दी जाएगी, जब उनके पास कॉमोर्बिटिज सर्टिफिकेट मौजूद होगा. वहीं वैक्सीन की डोज लेने के इच्छुक बुजुर्गों को पहले एक मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा. जिसमें इस बात की पुष्टि होगी कि, वे किसी तरह की गंभीर बीमारी होने की वजह से कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं.
वहीं, कोविन एप में उन लोगों का डाटा अपने आप अपडेट होकर दिखने लगेगा, जो तीसरी डोज के पात्र होंगे. सरकार ऐसे लोगों की लिस्ट भी तैयार कर रही है. जिसकी जल्द ही घोषणा हो सकती है. बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर समेत 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों को एहतियात के तौर पर कोरोना वैक्सीन की प्री-कॉशन डोज दी जाएगी.