Droupadi Murmu Speech : आदिवासी समुदाय से पहली राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) के शपथ ग्रहण के दौरान उनकी साड़ी से लेकर अभिवादन के तरीके तक की खूब चर्चा रही. राष्ट्रपति पद की शपथ के बाद जब मुर्मू ने 'सभी को जोहार' कह कर एक अलग अंदाज में सांसदों का अभिवादन किया तो पूरा सेंट्रल हॉल तालियों की गड़गड़हाट से गूंज उठा. दरअसल आदिवासी इलाकों में जोहार का मतलब होता है नमस्कार, और मुर्मू ने इस शब्द का इस्तेमाल कर अपने समुदाय के प्रति सम्मान जाहिर किया. उन्होंने जोहार शब्द से उस तबके को जोड़ा जिनसे उनका ताल्लुक है.
ये भी पढें:Draupadi Murmu Oath Ceremony: देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं मुर्मू , CJI रमणा ने दिलाई शपथ
वहीं इस खास लम्हे पर मुर्मू की तिरंगा रंग की ट्रेडिशनल संथाली साड़ी की भी खूब चर्चा हुई. पहले तो ये साड़ी सिर्फ झारखंड के संथाल परगना इलाके तक ही सीमित थी. लेकिन अब उसके पड़ोसी राज्य ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम में खासतौर से प्रचलित है, और देश के अन्य राज्यों में भी इसकी मांग बढ़ी है.
ताजा ख़बरों के लिए यहां क्लिक करें
इसे बुनकर अपने हाथों से बनाकर तैयार करते हैं. इसकी कीमत 5 हजार रुपये से शुरू होती है. संथाली साड़ी को आदिवासी महिलाएं त्योहारों और खास मौकों पर पहनती हैं, और इसीलिए मुर्मू ने भी इस खास मौके पर संथाली को चुना और अपने पारंपरिक पोशाक में देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली.