प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को डेनमार्क पहुंचे. डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट्टे फ्रेडेरिक्सेन ( Danish PM Mette Frederiksen ) ने हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोपेनहेगन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन के घर भी गए. मोदी, फ्रेडेरिक्सेन के साथ बातचीत करेंगे और दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे.
मोदी जर्मनी से यहां पहुंचे हैं. उन्होंने जर्मनी में चांसलर ओलाफ़ शोल्ज के साथद्विपक्षीय वार्ता की. यह प्रधानमंत्री की पहली डेनमार्क यात्रा है. उन्होंने प्रस्थान से पहले कहा, ‘‘मैं कोपेनहेगन की यात्रा करूंगा जहां प्रधानमंत्री फ्रेडेरिक्सेन के साथ द्विपक्षीय बातचीत करूंगा. इससे डेनमार्क के साथ हमारी खास ‘हरित रणनीतिक साझेदारी’ में प्रगति की समीक्षा का और हमारे द्विपक्षीय संबंधों के दूसरे पहलुओं की भी समीक्षा का मौका मिलेगा.’’
‘भारत-डेनमार्क: हरित रणनीतिक साझेदारी’ सितंबर 2020 में एक डिजिटल सम्मेलन के दौरान शुरू हुई थी. मोदी इस दौरान क्वीन मारग्रेथे द्वितीय से भी मिलेंगे. वह ‘‘भारत-डेनमार्क बिजनेस राउंडटेबल’’ में हिस्सा लेंगे और डेनमार्क में रहने वाले भारतवंशी समुदाय के साथ भी चर्चा करेंगे.
भारत में डेनमार्क की 200 से ज्यादा कंपनियां ‘मेक इन इंडिया, जल जीवन मिशन, डिजिटल इंडिया और दूसरे प्रमुख राष्ट्रीय मिशनों’ को आगे बढ़ाने में सक्रिय हैं.
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डेनमार्क में 60 से ज्यादा भारतीय कंपनियां द्विपक्षीय कारोबारी संबंधों को मजबूत कर रही हैं. इनमें खास तौर से आईटी क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं.
डेनमार्क में भारतीय मूल के करीब 16,000 लोग रहते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डेनमार्क में द्विपक्षीय वार्ताओं के अलावा डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे, यहां वे 2018 में हुए पहले भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के बाद से हुए सहयोग की समीक्षा करेंगे.