Protest against armed forces Agneepath Scheme: सेना में युवाओं को 'अग्निवीर' के तौर पर भर्ती किए जाने की स्कीम का ऐलान होते ही, इसका विरोध भी शुरू हो गया है. अग्निपथ स्कीम के तहत 4 साल के लिए सेना में युवाओं की भर्ती की जानी है.
विरोध की शुरुआत बिहार से हुई है. यहां बक्सर में ट्रेन पर पत्थर फेंके जाने की खबर सामने आई है. युवाओं ने बक्सर में ट्रेन पर पत्थर फेंके, तो मुजफ्फरपुर में लोग सड़कों पर उतर आए. बिहार के बक्सर में पथराव, पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर किया गया. विरोध के बीच काशी-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस करीब 18 मिनट तक प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर खड़ी रही. इस घटना से रेलवे प्रशासन और आम यात्रियों को खासी परेशानी हुई.
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विरोध की आवाज मुजफ्फरपुर में भी सुनाई दी. प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के पास चक्कर चौक पर हंगामा किया. चक्कर चौक पर आग जलाकर सड़क को जाम कर दिया गया. यहीं से बमुश्किल आधा किलोमीटर दूर चक्कर मैदान है. यहीं पर सेना भर्ती की रैली होती है. चक्कर मैदान के पास गोबरसही चौक पर भी प्रदर्शन हुआ. सदर थाना के पास भगवानपुर गोलम्बर पर भी बड़ी संख्या में नौजवान इकट्ठा हुए. यहां भी आगजनी करके NH-28 जाम कर दिया गया.
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए योग्यता आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा. ये 4 साल तक सेवाएं देंगे. इनमें से 25 फीसदी युवा आगे सेना में नियमित नौकरी के लिए चुने जाएंगे. इसके लिए अलग से स्क्रीनिंग प्रक्रिया होगा. अग्निवीर के तौर पर काम करने के बाद सेवामुक्ति पर 11 लाख रुपये का एकमुश्त पैकेज दिया जाएगा. युवा, 4 साल के लिए भर्ती किए जाने को रोजगार के अधिकारों का हनन बता रहे हैं. दिल्ली में मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के चीफ ने इस स्कीम का ऐलान किया था.
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