R9X Hellfire Ninja Missile: ओसामा बिन लादेन के खात्मे के सालों बाद अब अमेरिका ने उसके उत्तराधिकारी और अलकायदा चीफ अल जवाहिरी (Al Qaeda Leader Al Zawahiri) को भी मार गिराया. US ने एक सीक्रेट ऑफरेशन में जवाहिरी को रविवार सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर मार गिराया. खास बात ये रही कि ड्रोन से हुए इस हमले में बिना कोई बड़ा धमाका हुए आतंकी सरगना ढेर हो गया.
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R9X हेलफायर मिसाइल में नहीं होता है बारूद
ऐसा इसलिए क्योंकि इस ऑपरेशन के लिए CIA ने MQ-9 रीपर एएस ड्रोन का इस्तेमाल किया, जिसे उससे भी दोगुनी ताकत वाली मिसाइल R9X हेलफायर (Missile) से लैस किया गया. जिसने बिना धमाका और बारूद छोड़े पलभर में दुश्मन को ढेर कर दिया. जवाहिरी के खात्मे के बाद से ही दुनियाभर में इस मिसाइल की चर्चा तेज हो गई है...तो आइए जानते हैं कि R9X हेलफायर मिसाइल कितनी खतरनाक है और इसमें क्या-क्या खासियत है.
R9X में मौजूद होते हैं 6 धारदार ब्लेड्स
R9X हेलफायर मिसाइल जिसे निंजा मिसाइल भी कहा जाता है दुनिया के सबसे एडवांस्ड हथियारों में से एक है. खास बात ये है कि इसमें बारुद नहीं होता बल्कि 6 धारदार ब्लेड्स होते हैं. जो बिल्डिंग से लेकर इंसानों को काटने में सक्षम है. इस मिसाइल के आगे की ओर 45 किलोग्राम के वजन का लोहा लगा होता है. इसके बाद 6 एक्सटेंडेड ब्लेड्स को इस तरह से फिट किया गया है कि टारगेट पल भर में ढेर हो जाए.
बराक ओबामा के कार्यकाल में हुआ डेवलप
ये मिसाइल इतना सटीक हमला करती है कि सिर्फ टारगेट ढेर होता है और आसपास किसी को नुकसान नहीं होता है. ये हथियार पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में साल 2011 में डेवलप किया गया था. मिसाइल को सीआईए और रक्षा विभाग ने मिलकर बनाया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलफायर R9X पहली बार 2017 में तैनात की गई थी. उस समय अमेरिका ने इस मिसाइल से ही अल-कायदा के आतंकी अबू अल-खैर अल-मसरी को ढेर किया था. साल 2019 में वॉल स्ट्रीट जनरल ने पहली बार R9X मिसाइलों के बारे में जानकारी दी थी. अखबार ने तब इसके लिए 'Flying Ginsu' शब्द का प्रयोग किया था और आज इसी 'Flying Ginsu' ने अलकायदा सरगना को ढेर कर दिया.