कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल को पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने लिखा है कि मैं आपको एक अरब से अधिक भारतीयों की ओर से लिख रहा हूं कि ट्विटर को भारत के विचार के विनाश में मोहरा न बनने दें. राहुल ने अपने पत्र में लिखा है कि ट्विटर इंडिया पर सरकार द्वारा मेरी आवाज़ को चुप कराने के लिए अत्यधिक दबाव बनाया गया है.
राहुल ने ये चिट्ठी बीते साल 27 दिसंबर को लिखी लेकिन उसके डिटेल्स अब सामने आए हैं. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल ने लिखा है कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाने में ट्विटर की "अनजाने में मिलीभगत" रही है.
राहुल की चिट्ठी में क्या है?
राहुल ने ट्विटर अकाउंट के डेटा का विश्लेषण किया है
मोदी, अमित शाह और शशि थरूर के साथ तुलना की है
पिछले साल सात महीने तक औसतन 4 लाख फॉलोअर्स मुझसे जुड़े
अगस्त में अकाउंट ब्लॉक होने के बाद ये ग्रोथ अचानक रुक गई
सरकार और दूसरे ट्विटर हैंडल ने भी वही ट्वीट किया जो मैंने किया था
उनमें से किसी भी अकाउंट को ब्लॉक नहीं किया गया, सिर्फ मेरा ही क्यों?
उधर राहुल गांधी के आरोपों पर एक ट्विटर प्रवक्ता ने कहा कि फॉलोअर्स की संख्या में उतार-चढ़ाव होता है. क्योंकि कंपनी स्पैम और हेरफेर से निपटने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करती है. गतिविधियों के खिलाफ ट्विटर की नीतियों का उल्लंघन करने के लिए हर हफ्ते लाखों अकाउंट हटा दिए जाते हैं.