आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षाओं में कथित धांधली के विरोध में छात्रों के हंगामे के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अहम बैठक बुलाई गई. इस बैठक में रेल मंत्री समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक, बैठक में 2004 से अब तक रेलवे में हुई भर्तियां और इसकी प्रक्रिया से जुड़ी सभी जानकारी मांगी गई.
रेलवे प्रवक्ता के मुताबिक, समिति प्रथम चरण के सीबीटी के नतीजों के साथ-साथ उस कार्य प्रणाली का विश्लेषण करेगी, जिसके आधार पर आवेदकों का दूसरे दौर के सीबीटी के लिए चयन किया गया था.
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प्रवक्ता ने बताया कि विश्लेषण प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चयनित आवेदकों पर कोई असर न पड़े, न ही सीईएन आरआरसी 01/2019 में दूसरे चरण के सीबीटी का समावेशन प्रभावित हो. रेलवे ने एक मेल आईडी भी जारी किया है जिसके जरिये परीक्षार्थी समिति से अपनी चिंताएं और सुझाव साझा कर सकते हैं.
रेलवे ने इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी.