महाराष्ट्र नव निर्माण सेना MNS चीफ राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने रविवार को पुण में एक बड़ी रैली को संबोधित किया और अपने अयोध्या दौरा (Ayodhya visit) रद्द (cancellation) होने के कारणों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि मैं रामलला (Ramlala )के दर्शन करना चाहता था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों (Health issue) के चलते अयोध्या दौरा स्थगित करना पड़ा, और मेरा अनुरोध है कि इस बारे में किसी भी तरह की गलत जानकारी न फैलाई जाए.
राज ठाकरे ने कहा कि, मेरी तबीयत ठीक नहीं है, कमर में कुछ तकलीफ है, और डॉक्टरों ने लंबी यात्रा ना करने की सलाह दी है. इसलिए कुछ समय के लिए यात्रा रद्द करना पड़ा. इस फैसले से कुछ लोगों को खुशी हुई होगी. जो लोग मेरी अयोध्या यात्रा के खिलाफ थे, वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मैंने इस विवाद में नहीं पड़ने का फैसला किया.
अयोध्या दौरे का विरोध क्यों?
दरअसल, BJP सांसद बृजभूषण सिंह ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के अयोध्या दौरे का विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि राज ठाकरे को उत्तर भारतीय जनता से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज ठाकरे ने अपने भाषणों में पहले भी उत्तर भारतीय जनता का भी अपमान किया है. बता दें कि मनसे की ओर से 'मराठी मानुस' का समर्थन करते हुए साल 2008 में एक आंदोलन किया गया था. इस दौरान रेलवे परीक्षा देने के लिए मुंबई के कल्याण पहुंचे उत्तर भारतीय उम्मीदवारों से कथित तौर पर मारपीट की गई थी.
अयोध्या दौरा के अलावा राज ठाकरे ने पुणे रैली में सीएम उद्धव ठाकरे के 'असली हिंदू' वाले बयान को बचकाना बताते हुए पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मुझे उनके बयान पर हंसी आती है और यह पूछने का मन करता है कि आपकी कमीज ज्यादा सफेद है या मेरी?
इसके अलावा राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से समान नागरिक संहिता लागू करने और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर किए जाने की मांग की