राजस्थान के करौली में शनिवार को दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा हुई. इस हिंसा के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें नजर आ रहा है कि नव संवत्सर को मनाने के लिए निकाली रैली पर कुछ लोगों ने पथराव किया. ट्विटर पर शेयर किए वीडियो में साफ देखा जा सकता है जब एक धर्मस्थल के पास से बाइक रैली गुजर रही है, उसी समय छत पर लोग मौजूद हैं. थोड़ी देर बाद कुछ लोग छत से जुलुस पर पथराव करते हैं.
इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया है कि रैली के दौरान एक धर्मस्थल के नजदीक समुदाय विशेष के खिलाफ नारे लगाए गए. नफरत फैलाने और दंगे के उद्देश्य से ये किया गया. इसके बाद कुछ लोगों छतों से रैली पर पथराव किया. इस हिंसा को लेकर 33 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ कर रही है. करौली में कैंप कर रहे आईजी पीके खमेसरा ने कहा कि यह सही है कि छतों से पत्थर फेंके जाने के बाद भगदड़ मची और दुकानों में आगजनी हुई है. इस मामले में जांच जारी है.
करौली पुलिस के अनुसार रैली में पथराव के बाद देखते ही देखते हिंसा बढ़ गई. उपद्रवियों ने कुछ दुकानें और एक बाइक भी जला दी. साथ ही कई अन्य वाहनों में तोड़फोड़ की. सांप्रदायिक हिंसा के बाज करौली में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सोमवार रात तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. रैली पर पथराव के बाद भड़की हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इस मामले में जो भी लोग दोषी है उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी.
अशोक गहलोत ने करौली में हुई हिंसा के लिए बीजेपी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आपका गवर्नेंस की अप्रोच पर ध्यान जाता नहीं है. केवल पर्सेप्शन पैदा करके राजनीति करते हैं.