Rajsthan Temple: अलवर (Alwar) की राजगढ़ (Rajgadh) नगर पालिका में अतिक्रमण हटाने के दौरान तीन हिंदू मंदिरों को गिराया गया है. इस मामले पर अब बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. पहले बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया लेकिन अब कांग्रेस ने उलटा आरोप बीजेपी पर मढ़ दिया है. हालांकि इसकी असली कहानी क्या है. ये अब चर्चा का विषय बन गया है.
राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि बीजेपी झूठ बोल रही है. राजगढ़ नगरीय निकाय बोर्ड का चेयरमैन बीजेपी का है. उन्हीं ने बोर्ड में प्रस्ताव लाकर सड़क चौड़ीकरण के लिए मंदिरों और घरों को गिराया है. उन्हीं के इशारे पर मंदिर को तोड़ा गया है जबकि हमारे यानी कांग्रेस के विधायक विरोध करते रह गया. गहलोत सरकार के मंत्री ने वादा किया है कि अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आई तो मंदिर दोबारा बनवाएंगे.
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राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा- राजगढ़ में नगरपालिका क्षेत्र से जिस मंदिर को हटाया गया है उसे हटाने का काम वसुंधरा राजे की पिछली बीजेपी सरकार के समय शुरू हुआ था. बीजेपी राजगढ़ मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी ने ही मंदिर हटाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था, जबकि नगरपालिका में भी बीजेपी का ही बोर्ड है.
उन्होंने आगे कहा कि नगरपालिका बोर्ड में ही मंदिर हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया. बोर्ड में 90% बीजेपी पार्षद हैं. बीजेपी का नगरपालिका बोर्ड इसके लिए दोषी है. इससे पहले, BJP राष्ट्रीय आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा था कि हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है.