दुनिया में प्रसिद्ध हरियाणा के राखीगढ़ी साइट में खुदाई के दौरान चौंकाने वाली चीजें सामने आई हैं. राखीगढ़ी हड़प्पाकालीन सभ्यता (Hadappan Civilization ) को लेकर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. यहां इन दिनों ASI की ओर से खुदाई का काम किया जा रहा है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण दिल्ली के मार्गदर्शन में चौथी बार इन टीलों पर खुदाई की जा रही है.
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शनिवार को खुदाई के दौरान यहां आभूषणों के मिलने को बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि प्राप्त सोना काफी कम मात्रा में पाया गया है. इसके अलावा उसपर उस समय की लिखी लिपि हुई दिख रही है. इस लिपि को पढ़ने के प्रयास जारी हैं. खुदाई में हड़प्पा कालीन सभ्यता के लोगों की ओर से पहने जाने वाली मिट्टी की चूड़ियां और पत्थर के मनकों की माला का भी पता चला है. ऐसा माना जा रहा है कि ये माला पहनकर ही महिलाएं श्रृंगार करती थीं.
बेहतरीन टाउन प्लानिंग के मिले पुख्ता सबूत
खुदाई के दौरान टीलें नंबर तीन पर हड़प्पा टाउन प्लानिंग की काफी बड़ी साइट पाई गई हैं. जिससे कि यह साबित होता है कि पांच हजार वर्ष पहले भी ऐसी तकनीक से शहर बसाए जाते थे. जो तकनीक आज हम बड़े शहरों को बसाने के लिए कर रहे हैं. पहले तीन बार इन टीलों पर खुदाई हो चुकी है और चौथी बार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण दिल्ली की तरफ से खुदाई का कार्य जारी है. पहली बार एक साथ तीन टीलों पर खुदाई की गई है.
ASI की खुदाई में मिला हड़प्पा सभ्यता का शहर
टीला नंबर तीन पर एक बहुत बड़ी पक्की दीवार भी मिली है और उसके नीचे कच्ची ईंटों की दीवार भी पाई गई है. दीवार के साथ में उस समय के मकान भी पाए गए हैं. दो महीने के अध्ययन के बाद अधिकारी इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि खुदाई के दौरान जो मकान निकले हैं. वह काफी ही प्लानिंग के हिसाब से बनाए गए हैं. जैसा कि आज हम शहरों के सेक्टरों में देखते हैं. उस समय भी लोगों ने ऐसे ही प्लानिंग करके यह मकान बनाए थे.सभी मकानों के साथ में पानी की निकासी के लिए नालियां भी बनाई गई हैं. जो भी सड़क मिली है वह बिल्कुल सीधी हैं. वहीं सड़क के किनारों पर काफी बड़े-बड़े गड्ढे भी मिले हैं. उनका प्रयोग कचरा डालने के लिए होता था ताकि साफ-सफाई अच्छी तरह से रखी जा सके.