कोरोना महामारी की तीसरी लहर की मार गणतंत्र दिवस परेड पर भी पड़ी है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार किसी भी विदेशी मेहमान को नहीं बुलाया जाएगा। पहले मीडिया रिपोर्ट्स में ये बताया गया था कि इस साल सरकार ने पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्र प्रमुखों को निमंत्रण भेजा था। लेकिन दुनिया भऱ में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब इसे रद्द कर दिया गया है।
इस साल आमंत्रितों की सूची में कंसट्रक्शन लेबर, सफाई कार्यकर्ता, फ्रंटलाइन वर्कर और ऑटो-रिक्शा चालक शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के सीनियर अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि इस साल गणतंत्र दिवस परेड समारोह में 5000 से 8000 दर्शकों को आने की परमिशन होगी। हालांकि दर्शकों की संख्या को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। पिछले साल 25000 दर्शकों ने गणतंत्र दिवस परेड समारोह में हिस्सा लिया था।
एक और खास बात ये है कि इस बार परेड 10 बजे की बजाय 10.30 बजे शुरू होगी. फ्लाईपास्ट के लिए बिजिबिलिटी के मद्देनजर यह निर्णय किया गया है। इसके अलावा बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान पहली बार आईआईटी-दिल्ली के स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करने के लिए 1,000 ड्रोन का प्रदर्शन भी होगा.