गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी ने हिस्सा लिया. ये नजारा बेहद खास था. महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी का उत्साह देखते ही बन रहा था. सेना की उड्डयन कोर के आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टरों (एएलएच) ने देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में सलामी उड़ान भरी. इसके बाद मार्चिंग दल निकले जिनमें मद्रास रेजीमेंट, द ग्रेनेडियर्स और राजपूताना राइफल्स के दल शामिल थे.
सेना में हाल में शामिल किए गए प्रचंड हेलीकॉप्टर ने फ्लाईपास्ट में ‘रुद्र’ आकृति उकेरी. भारतीय थलसेना की सिख रेजिमेंट की एक टुकड़ी ने मेजर सरबजीत सिंह की अगुवाई में शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान यहां कर्तव्य पथ पर मार्च किया.
सिख रेजिमेंट की स्थापना ‘शेर-ए-पंजाब’ महाराजा रणजीत सिंह के सिपाहियों ने 1846 में की थी. इसने उत्तर-पश्चिमी सीमांत प्रांत (ब्रिटिश भारत का एक प्रांत) और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान टोफ्रेक (1885), सारागढ़ी (1897), ला बस्सी (1914) और न्यूवे चैपल (1914) जैसी कई लड़ाइयों और अभियानों में अहम भूमिका निभाई. आजादी के बाद सिख रेजिमेंट ने श्रीनगर (1947), टिथवाल (1948), बुर्की (1965), राजा (1965), पुंछ (1971) और परबत अली (1971) की लड़ाइयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.