रूस के यूक्रेन पर हमला (Russia Ukraine War) करने की अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश निंदा कर रहे हैं. भारत पर पश्चिमी देशों का दबाव था कि वो रूस(Russia) के यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ वॉर छेड़ने के फैसले की निंदा करे. लेकिन भारत-यूक्रेन में रूस के हमले की निंदा करने वाले सभी प्रस्तावों को लेकर हुई वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहा है. रूस ने एक बार फिर से रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के निष्पक्ष रुख की सराहना की है. भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलापोव ( Denis Alapov) ने कहा है कि रूस भारत के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता है. उन्होंने कहा कि खारकीव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीय की निकासी के लिए हम भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है.
उन्होंने भरोसा दिया कि S-400 मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यूक्रेन संकट पर भारत लगातार ये कहता रहा है कि तनाव को तत्काल कम करने की जरूरत है और उसका मानना है कि कूटनीतिक बातचीत के जरिए ही इस समस्या का समाधान किया जा सकता है. बता दें कि सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के खिलाफ प्रस्ताव पर रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर उसे पास होने से रोक दिया था. यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी(UNSC) की हालिया बैठक में कहा था कि यूक्रेन की बिगड़ती स्थिति को लेकर भारत चिंतित है.