मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पहले ही सलाखों के पीछे मौजूद दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येन्द्र जैन की मुश्किलें और बढ़ गई है. ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येन्द्र जैन और उनके करीबियों के यहां छापेमारी में 2.82 करोड़ रुपये कैश और काफी मात्रा में सोना बरामद किया है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक ये छापेमारी 6 जून को पूरे दिन चली.
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छापेमारी में क्या-क्या मिला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक ED ने सात ठिकानों पर ये छापेमारी की. दावा किया जा रहा है कि इसमें प्रकाश ज्वैलर के यहां 2.23 करोड़ कैश मिला. जबकि एक अन्य सहयोगी वैभव जैन के यहां 41.5 लाख कैश 133 सोने के सिक्के मिले. जबकि जीएस मथारू के यहां 20 लाख रुपये कैश मिला है. ईडी के मुताबिक, छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं. साथ ही कुल 2.85 करोड़ रुपये नकद और 133 सोने के सिक्के मिले हैं, जिनका वजन 1.80 किलो के करीब है, जिनके स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
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सत्येन्द्र जैन पर यूं कसा शिकंजा
सत्येन्द्र जैन को ED ने बीते 30 मई को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था. जिसके बाद अदालत ने जैन को 9 जून तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया. इससे पहले ईडी ने अप्रैल में जांच के तहत सत्येंद्र जैन के परिवार और उनके नियंत्रण वाली कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी. ED का दावा है कि जांच में पाया गया है कि साल 2015 और 2016 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, तब उनकी कंपनियों को कोलकाता के एंट्री ऑपरेटर को हवाला के जरिए भेजी गई रकम के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये मूल्य के ट्रांजेक्शन मिले थे.