पूर्वी लद्धाख (Eastern Ladakh) में जारी सीमा विवाद के बीच गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने नई दिल्ली में चीनी रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू (Chinese Defense Minister General Li Shangfu) से मुलाकात की. गलवान में हुई झड़प के बाद चीन के रक्षा मंत्री की ये पहली बार भारत यात्रा हैं. इस दौरान राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष को साफ कर दिया कि भारत-चीन (India-China) के बीच संबंध तभी मजबूत हो सकते हैं, जब सीमा पर शांति हो और एक-दूसरे की संपभुता का सम्मान किया जाए.
समझौतों के उल्लंघन से संबंध बिगड़ेंगे: राजनाथ
रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने बैठक के बाद एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों (bilateral relations) के विकास के बारे में खुलकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि एलएसी पर सभी मुद्दों को मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रतिबद्धताओं के अनुसार हल करने की जरूरत है. राजनाथ सिंह ने दोहराया कि मौजूदा समझौतों के उल्लंघन ने द्विपक्षीय संबंधों के पूरे आधार को खत्म कर दिया है.
बता दें कि चीनी रक्षा मंत्री SCO समिट में भाग लेने के लिए नई दिल्ली आए हैं. भारत एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक की मेज़बानी कर रहा है. इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कजाकिस्तान, ईरान और ताजिकिस्तान के रक्षा मंत्रियों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें कीं. इससे पहले बीते रविवार को भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता का 18वां दौर हुआ था.