बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह फोटो मशहूर गायिका लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार स्थल का है. शाहरुख खान यहां अपनी मैनेजर पूजा डडलानी के साथ पहुंचकर लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दे रहे थे. शाहरुख ने खुदा से लता दीदी की आत्मा की शांति के लिए दुआ की. दुआ पढ़कर मास्क हटाया और फूंक मारी. सोशल मीडिया पर इसी फूंक को 'थूकना' बताकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि सच्चाई क्या है? शाहरुख खान असल में क्या कर रहे हैं.
इस्लामिक परंपरा के मुताबिक, आम तौर पर जब कोई बीमार होता या किसी को नजर लगती है तो उसकी हिफाजत के लिए, उसके ठीक होने के लिए दुआएं पढ़कर दम किया जाता है. दुआ पढ़कर फूंक मारने को 'दम' करना भी कहते हैं. यानी अगर किसी बीमार के लिए कोई दुआ की गई है तो उस दुआ को पढ़कर, बीमार के ऊपर फूंक मारी जाती है.
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मान्यता है कि दुआ के असर को बीमार के शरीर तक पहुंचाने के लिए फूंक मारने का तरीका है. यानी दुआ में कुरान की जिस आयत को पढ़ा जाता है, उसका असर उस इंसान तक पहुंचाने के लिए ऐसा किया जाता है.
इस्लामिक जानकार कुरान का जिक्र करते हुए बताते हैं कि कुछ लोग गिरह लगाकर और फूंक मारकर जादू करने का काम करते थे, जिनसे मुक्ति पाने के लिए दुआ करने और फूंक मारने का तरीका भी अपनाया गया. यानी फूंक मारने का मकसद, कुरान की आयतों के जरिए किसी की मदद करने या किसी दुख से मुक्ति पाना है.
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