Shraddha Murder Case: पूरे देश को दहला देनेवाले श्रद्धा वाकर (Shraddha walker) हत्याकांड में सबूत (Evidence) जुटाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए हैं. आरोपी आफताब के कबूलनामे के अलावा पुलिस के पास ना तो पोस्टमॉर्टम (Postmortom) के लिए श्रद्धा की बॉडी है, ना वो हथियार जिससे उसकी हत्या की गई और ना ही फॉरेंसिक जांच के लिए श्रद्धा के ब्लड का सैंपल. हालांकि, पुलिस ने शव के कुछ टुकड़े बरामद किये गए हैं, लेकिन अभी पूरी तरह से इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि वो श्रद्धा के ही हैं.
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फॉरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम श्रद्धा वाकर के शरीर के टुकड़ों का निरीक्षण कर रही है, लेकिन, टीम का कहना है कि एनालिसिस में कम से कम दो सप्ताह लगेंगे. फॉरेंसिक विशेषज्ञों के मुताबिक, इस केस में डीएनए सैंपलिंग की प्रक्रिया बेदह चुनौतीपूर्ण काम है क्योंकि अभी तक जांच के लिए जो भी सैंपल मिले हैं वो काफी पुराने हैं.
वहीं, श्रद्धा की हत्या और शव के 35 टुकड़े करने की बात कबूलने वाला आरोपी आफताब कोर्ट में अपनी बात से कब मुकर जाए, इसका भरोसा भी नहीं किया जा सकता है. क्योंकि पुलिस का कहना है कि वो गुमराह कर रहा है. वो न तो श्रद्धा के फोन की जानकारी दे रहा है और न ही उस हथियार की जिससे उसने मर्डर किया. ऐसे में आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूतों के बदौलत ही पुलिस कोर्ट में उसे दोषी साबित कर सकती है...जो पुलिस के लिए एक चुनौती साबित हो रही है.
दरअसल श्रद्धा की हत्या के करीब 5 महीने बाद इसका खुलासा हुआ और इस दौरान आरोपी आफताब के पास सबूत मिटाने के लिए काफी वक्त था. आफताब ने घर में श्रद्धा के खून के पड़े धब्बे और उस फ्रिज को भी कई बार केमिकल से साफ कर दिया, जिसमें उसके बॉडी पार्ट रखे थे. आसपास के तमाम CCTV फुटेज में भी पुलिस को कुछ खास नहीं मिला क्योंकि महीनों बीतने की वजह से कई जगह CCTV फुटेज का बैकअप भी डिलीट हो चुका है. ऐसे में पुलिस और फॉरेंसिक टीम के पास आफताब के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए बेदह कम विकल्प बचे हैं. लेकिन, पुलिस और पूरा डिपार्टमेंट इस दर्दनाक हत्याकांड के दोषी को सजा दिलाकर देशभर में श्रद्धा को न्याय दिलाने की मांग पूरी करने में जुटी है.