Sikkim floods: सिक्किम में बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 19 हो गया है जबकि एक दर्जन से अधिक सेना के जवानों सहित 103 लोग अभी भी लापता हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना और NDRF की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं. अब तक दो हजार से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है, जबकि इस आपदा से 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के विभिन्न हिस्सों में विदेशियों समेत 3,000 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं. बाढ़ से राज्य में 11 पुल नष्ट हो गए हैं जबकि कई सड़कें क्षतिग्रस्त कर हुई हैं.
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उधर डिफेंस PRO का कहना है कि, ल्होनक झील के ऊपर देर रात करीब डेढ़ बजे के आसपास बादल फटा, इसके बाद लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. नदी का जलस्तर अचानक 15 से 20 फीट तक बढ़ गया. इसके बाद नदी से लगे आसपास के इलाकों में पानी भर गया. कई घरों में भी नदी का पानी घुस आया. लोग घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए.
सिक्किम में बादल फटने की वजह से पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए है. राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने बताया- तीस्ता बैराज से तीन शव बरामद किए गए हैं. उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की स्थिति जानने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बातचीत की साथ ही उन्हें मदद देने का आश्वासन दिया.