स्पेन के एक अख़बार को लेकर भारतीयों का गुस्सा सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वविटर (Twitter) पर दिखाई दे रहा है, दरअसल, स्पेन के एक अखबार (Spanish Newspaper) ला वैनगार्डिया (La Vanguardia) ने पहले पन्ने पर भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर ग्राफ लगाया है. इस ग्राफ में जिस तस्वीर का यूज़ हुआ है, उसे लेकर भारतीय खास नाराज़ है.
बता दें, स्पेन के अखबार ने भारत के आर्थिक विकास को एक सपेरे के व्यंग्य के साथ प्रकाशित किया है, और लिखा है कि ‘भारतीय अर्थव्यवस्था का फिलहाल ये हाल है.’ ज़ेरोधा के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन कामथ ( Zerodha Chief Executive Officer Nithin Kamath) ने इसे अपने ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा है, ‘काफी अच्छा है कि दुनिया हमारी इकॉनमी को नोटिस कर रही है. लेकिन जिस तरह से एक ग्राफ में सपेरे को दिखाया गया है वो एक अपमान है.
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बेंगलुरु सेंट्रल (Bangalore Central) से बीजेपी (BJP) के लोकसभा सांसद पीसी मोहन (Lok Sabha MP PC Mohan) ने ट्विटर पर अख़बार का फोटो शेयर करते हुए कहा कि 'एक स्पेनिश साप्ताहिक की शीर्षक “भारतीय अर्थव्यवस्था का समय” है. जिससे भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था को वैश्विक मान्यता मिलती है, लेकिन आजादी के दशकों बाद भी हमारी छवि को सपेरों के रूप में चित्रित करना सरासर मूर्खता है. विदेशी मानसिकता को खत्म करना एक जटिल प्रयास है.'
आपको बता दे कि साल 2023 में विश्व के कई विकसित देशों में मंदी आने के आसार है. इस मंदी का कुछ न कुछ असर भारत पर जरूर पड़ेगा. वहीं कई एक्सपर्ट का कहना है कि आर्थिक मोर्चे पर फिलहाल भारत की स्थिति काफी मजबूत है. फिलहाल पूरी दुनिया भारत के आर्थिक तेज़ी की चर्चा कर रही है.
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने गुरुवार को भारत के आर्थिक विकास की सराहना की है. उन्होंने बताया कि 2022 में भारत की आर्थिक वृद्धि को 6.1 प्रतिशत पर अनुमानित किया, जो दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है.