Taj Mahal Row: ताजमहल के 22 कमरों को खुलवाने की याचिका के दावों को ASI यानी Archaeological Survey of India ने नकार दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ASI के अधिकारियों ने बताया कि ये कमरे स्थाई रूप से बंद नहीं है और इन्हें हाल ही में संरक्षण कार्य के लिए खोला गया था. बताया गया कि हाल ही में हुए संरक्षण कार्य के तहत छह लाख रुपये खर्च हुए थे. आधिकारिक तौर पर इन बंद कमरों को सेल कहा जाता है और मकबरे में करीब 100 से ज्यादा सेल हैं जिन्हें सुरक्षा कारणों से जनता के लिए बंद किया गया है.
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इन कमरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति होने की बात को भी खारिज किया गया है. अधिकारियों की मानें तो अब तक समीक्षा किए गए कई रिकॉर्ड्स और रिपोर्ट्स में मूर्तियों के होने की बात सामने नहीं आई है. इस क्षेत्र में मौजूद अन्य विश्व धरोहरों के कई हिस्से भी सालों से सुरक्षा कारणों के चलते जनता के लिए बंद किए गए हैं.
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अयोध्या निवासी रजनीश सिंह ने ताजमहल के इतिहास का पता लगाने के लिए इसमें बने 22 कमरों को खुलवाने के लिए याचिका दायर की थी. हालांकि, उनकी इस याचिका को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है.