Yati Narasimhanand : अपने जहरीले बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहनेवाले जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने एक बार फिर जहर उगला है. अब उन्होंने हिंदुओं से केंद्र सरकार के तिरंगा अभियान (Tiranga campaign) का बहिष्कार (boycott) करने की अपील की है.
ये भी पढ़ें: Har Ghar Tiranga: श्रीनगर की डल झील में शान से लहराया तिरंगा, कश्मीरियों ने शिकारा पर निकाली तिरंगा रैली
इनका कहना है कि ये एक साजिश (conspiracy) है, जिसके तहत हिंदुओं के पैसे मुसलमानों के पास जा रहे हैं और आपकी हत्या का इंतजाम किया जा रहा है...क्योंकि हर घर तिरंगा अभियान के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर बंगाल की एक कंपनी को दी गई है, जिसका मालिक सलालुद्दीन (salaluddin) नाम का एक मुसलमान है. उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े पाखंडी हिंदू हैं हिंदुओं के दलाल मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार की बात करते हैं, और जब सरकार बन जाती है सरकारी ठेका भी मुसलमानों को देते हैं.
नरसिंहानंद गिरि ने आगे कहा कि किसी हिंदू का पैसा जब मुसलमान के पास जाता है तो वो जिहाद के लिए जकात देता है, और वो ही आपके और आपके बच्चों के कत्ल के काम आता है. इसलिए अगर जिंदा रहना है तो मुसलमानों को पैसे देनेवाले इस तिरंगा अभियान का बहिष्कार करो और इन नेताओं को सबक सिखाओ.
अब आपको इसकी भी जानकारी दे देते हैं हकीकत क्या है. नरसिंहानंद जिस सलाउद्दीन का जिक्र कर रहे हैं वो कौन हैं. दरअसल मोटा मोटी अनुमान ये है कि देश में 4 करोड़ तिरंगे का ऑर्डर दिया गया है...ये ऑर्डर नौ अलग-अलग कंपनियों को दिए गए हैं. जिसमें एक कंपनी दक्षिण कोलकाता के कारोबारी सलाउद्दीन की भी है. उन्हें 60 लाख झंडे सप्लाई करने का ऑर्डर मिला है. सलाउद्दीन को झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और असम की राज्य सरकारों ने ऑर्डर दिया है. केंद्र सरकार के तहत बंगाल में कई शिक्षण संस्थानों और संगठनों ने भी उन्हें ऑर्डर दिया है. खुद सलाउद्दीन का कहना है कि वो भाग्यशाली हैं कि उन्हें हर घर तिरंगा अभियान में भागीदार बनने का मौका मिला. वे सालों से ये काम कर रहे हैं.