यूक्रेन (Ukraine) में चल रही जंग (WAR) के बीच भारतीय छात्रों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें जमकर लूटा जा रहा है. इस लूट को देखकर इंसानियत भी शर्मशार हो जाए. editorji से exclusive बातचीत में खुद पीड़ित छात्रों ने इस लूट का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि टैक्सी वाले बॉर्डर पर छोड़ने के लिए उनसे 1 लाख रुपये तक वसूल रहे हैं.
रोशन कुमार ने editorji से exclusive बातचीत में बताया कि आम दिनों में इवानों से स्लोवाकिया बॉर्डर (Slovakia Boarder) के लिए 1500 रूपये लिए जाते थे. यानि संकट के समय उनसे 100 गुना ज्यादा कीमत वसूली जा रही है. इतना ही नहीं टैक्सी वाे बॉर्डर पर जाने के बाद जल्दी एंट्री के कराने के लिए 300 डॉलर तक ले रहे हैं.
ऐसे में पहले से ही मुश्किल में फंसे छात्रों के साथ हो रही लूट ने उनका यूक्रेन से निकलना और भी कठिन बना दिया है. यूक्रेन में लोगों ने इस आपदा में लूट का अवसर ढूंढ लिया है.