उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हुई बेमौसम बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. भारी बारिश के जलते प्रदेश के करीब 15 से ज्यादा जिलों के सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं. प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बारिश और बाढ़ के चलते कई लोगों की मौत हो गई. वहीं सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें भी पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. इन सबके बीच सीएम योगी (CM Yogi) भी एक्शन मोड में आ गए हैं. सीएम ने बाढ़ (Flood) प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
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भारी बारिश के चलते गोरखपुर (Gorakhpur) में राप्ती नदी (Rapti River) का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं अयोध्या (Ayodhya) में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है. बताया जा रहा है कि बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) में इटवा तहसील क्षेत्र के सोनौली नानकार के पास अशोगवा-मदरहवा बांध टूट गया है. जिसके चलते सैकड़ों गांव में पानी भर गया और फसलें डूब गईं. अचानक आई इस बाढ़ के चलते गांव वाले अपनी जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं. लोगों का पलायन शुरू हो गया है.
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उधर बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच (Balrampur, Shravasti and Bahraich) में भी कई गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं. चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. क्या घर और क्या स्कूल, सभी पानी मे डूबे हैं. जान बचाने के लिए या तो अपने घरों की छतों पर या फिर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. हालांकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव के लिए NDRF और SDRF टीमें लगा दी गईं हैं. लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नाव के इंतजाम भी किए गए हैं.