कहते हैं कि पुलिस पीड़ितों(Police) की रक्षा के लिए होती है. पर अगर पुलिस ही पीड़ित की फरियाद सुनने की जगह उन्हें ही जेल में डालने लगे तो क्या होगा. यूपी के रामपुर में तैनात IPS अधिकारी अशोक कुमार शुक्ला(Ashok kumar IPS ) ने एक ऐसा ही बयान दे दिया जिसके बाद वो विवादों में घिर गए. उन्होंने कहा कि अगर बेटी भागती है तो वे मां-बाप को जेल भेज देना चाहते हैं. बता दें कि ये भाषण(Speech) रामपुर (Rampur) में उपचुनाव होने के बाद का है. रामपुर पुलिस लाईन में एक सद्भावना गोष्ठी का आयोजन किया गया था. समाजवादी पार्टी ने एसपी अशोक कुमार शुक्ला का ये वीडियो शेयर किया है.
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इस वीडियो में वो कह रहे हैं, "अभी एक बड़ा तमाशा हुआ पुलिस लाइन में कोई मुस्लिम लड़की थी किसी हिंदू लड़के के साथ ... या हिंदू लड़की थी मुस्लिम लड़के के साथ जा रही थी... तो आप लोग देखिए अपने परिवार में ऐसा क्यों हो रहा है? मैं तो उस मां-बाप को जेल भेजना चाहूंगा जो ये शिकायत लेकर आएं कि मेरी लड़की चली गई है." उन्होंने आगे कहा," पैदा करके छोड़ दिया है, किसके भरोसे छोड़ दिया है भाई...और अगर अच्छा लगे तो यह भी सुन लीजिए कि भाई एक दो बच्चे बहुत हैं."
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समाजवादी पार्टी ने एसपी के इस बयान की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, "रामपुर के पुलिस कप्तान अशोक कुमार का बयान सुनिए , बेहद शर्मनाक, अपनी पुलिस की ड्यूटी अच्छे से भले ना कर पाए यूपी पुलिस लेकिन सरकार के मुखिया की देखा देखी प्रवचन बहुत देती है यूपी पुलिस, ललितपुर में रेपिस्ट और यूपी भर की भ्रष्टाचारी पुलिस पर क्या कहना है कप्तान साहब आपका?" हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद रामपुर पुलिस ने पुलिस अधीक्षक के हवाले से मामले में खंडन भी जारी किया. जिसमें कहा गया कि उनके बयान 'शिकायत करने वाले मां बाप को भेज दूंगा' का वह मतलब नहीं था. माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि वो पीड़ित परिवार की पूरी मदद करेंगे.