Uttrakhand: उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi Avalanche) में आए एवलांच की चपेट में आने से अबतक 10 ट्रैकर्स की मौत की खबर है. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल कर्नल बिष्ट ने बताया कि हिमस्खलन में फंसे 28 में से 10 के शव बरामद हो गए हैं. हालांकि 18 लोग अब भी लापता हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) में भारतीय वायुसेना (Indian airforce) के 2 चीता हेलिकॉप्टर तैनात हैं. बर्फ के पहाड़ पर फंसे प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए देहरादून से SDRF की टीमें भेजी गईं हैं.
मंगलवार को ही राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दे दिया. वायुसेना का कहना है कि हमने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है, कुछ हेलिकॉप्टर को स्टैंड बाई मोड में रखा गया है.
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पर्वतारोहियों की मौत की भी खबर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है. ट्वीट करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ. अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'
बता दें नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर से ट्रेनी और एडवांस का ट्रेनिंग चल रहा था. जिसमें बेसिक ट्रेनिंग के 97 ट्रेनी, 24 ट्रेनर और निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे. जबकि एडवांस कोर्स में 44 ट्रेनी व 9 ट्रेनर समेत कुल 53 लोग शमिल थे.
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