करीब एक साल बाद असम और मेघालय (Assam and Meghalaya) में फिर से तनाव पैदा हो गया है. दरअसल मंगलवार को असम के फॉरेस्ट गार्ड्स की गोलीबारी (Firing of Forest Guards) में मेघालय के 5 लोगों की मौत हो गई. ये वारदात असम-मेघालय बॉर्डर (Assam-Meghalaya border) से सटे पश्चिम कार्बी ओंगलाग के पास मौजूद मुकरोह गांव की है.
इससे दोनों राज्यों में तनाव पसर गया है और मेघालय के 7 जिलों में इंटरनेट बंद करना पड़ा है. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (Conrad Sangma) ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना के मजिस्टे्ट जांच के आदेश दिए हैं. इसके अलावा मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख का मुआवजा भी देने का ऐलान किया है.
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लकड़ी ले जाने के विवाद में फायरिंग
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक वारदात मंगलवार सुबह करीब 7.30 बजे की है. विवाद तब बढ़ा जब ग्रामीण जंगल से छोटे ट्रकों में लकड़ियां भरकर लौट रहे थे. इसी दौरान असम के फॉरेस्ट गार्ड्स ने उन्हें रुकने के लिए कहा लेकिन जब वे नहीं रुके तो गार्ड्स ने गाड़ियों के टायरों पर गोलियां मारीं, जिससे उनके पहिये वहीं धंस गए. जिसके बाद आसपास के गांव के लोग भी वहां पहुंच गए और भीड़ ने फॉरेस्ट गार्ड्स को घेर लिया. जिसके बाद गार्ड्स ने फायरिंग की
. जिसमें मौके पर चार लोगों की मौत हो गई जबकि एक ग्रामीण ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. उधर गुस्साए लोगों के हमले में एक फॉरेस्ट गार्ड्स की भी मौत हुई है. इस घटना की पुष्टि मेघालय के डिप्टी आईजी डेविस एनआर मारक ने भी की है. मेघालय के CM संगमा ने असम के CM से भी बात की है.
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