कारोबारी गौतम आडानी से जुड़े मामले को लेकर अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के बयान से भारत में सियासत तेज हो गई है. उन्होंने दावा किया है कि अडानी के कारोबार में आ रही परेशानियां पीएम मोदी को कमजोर कर देंगी. साथ ही उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी को विदेशी निवेशकों के सवालों का जवाब देना होगा. अब जान लेते है कि पीएम मोदी के खिलाफ बयान देने वाले जॉर्ज सोरोस हैं कौन?
जॉर्ज सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था. फोर्ब्स के अनुसार, 6.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मालिक जॉर्ज फंड ताइकून हैं. उन्होंने न्यूयॉर्क में साल 1969 से लेकर साल 2011 तक फंड का काम किया. हंगरी में जन्में सोरोस ने 17 साल की उम्र में देश छोड़ दिया था और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में दाखिला लिया था. उस दौरान उन्होंने कुली और वेटर के तौर पर भी काम किया था. वे खुद को दार्शनिक और सामाजिक कार्यकर्ता भी बताते हैं. हालांकि, उन पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने का एजेंडा चलाने का आरोप लगता रहता है. सोरोस को अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी का सबसे बड़ा डोनर भी माना जाता है. जॉर्ज सोरोस ने 2004 में जॉर्ज डब्ल्यू बुश को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए भारी भरकम रकम चंदा दिया था.
फोर्ब्स के अनुसार, सोरोस अपने संपत्ति का 64 फीसदी हिस्सा दान कर चुके हैं. इसके अलावा 2020 में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, वह ओपन सोसाइटी फाउंडेशन्स के जरिए 15 बिलियन डॉलर्स से ज्यादा बांट चुके हैं. सोरोस ने 2020 में नरेंद्र मोदी, अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम दुनिया के तानाशाह के तौर पर बताया था.