WPI Inflation Rate: थोक महंगाई दर ने पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मई महीने में थोक कीमतों पर आधारित महंगाई 15.88 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई. अप्रैल महीने में ये 15.08 फीसदी पर थी. वहीं पिछले साल मई की बात करें तो ये 13.11 फीसदी थी. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि खाने की कीमतों और कच्चे तेल के महंगे होने की वजह से मई में महंगाई बढ़ी है.
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बता दें कि थोक कीमतों पर आधारित महंगाई दर पिछले साल अप्रैल से लगातार 14वें महीने दोहरे अंकों में बनी हुई है. तीन महीनों से लगातार बढ़ रही है. मई में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति 12.34 प्रतिशत थी. इस दौरान सब्जियों, गेहूं, फलों और आलू की कीमतों में एक साल पहले की तुलना में तेज वृद्धि हुई. मई में खुदरा महंगाई दर 7.04 प्रतिशत रही. लगातार पांचवें महीने में रिजर्व बैंक के लक्ष्य से ऊपर रही.