यौन शोषण के आरोपों से पहलवानों के 'अखाड़े' में घिरे बृजभूषण शरण की सक्रिय राजनीति में एंट्री ही विवादों के साथ हुई थी. विवादों से घिरते और चुनौतियों से निपटते हुए बृजभूषण शरण सिंह (brijbhushan sharan singh) CBI जांच का सामना तो कर ही चुके हैं, डी कंपनी के शूटर्स को शरण देने का आरोप भी उनपर लग चुका है. इसके बाद बृजभूषण सिंह पर टाडा लगा और उन्हें तिहाड़ जेल की हवा भी खानी पड़ी. इससे पहले छात्र राजनीति (student politics) से राम जन्मभूमि आंदोलन में हिस्सा लिया और अयोध्या के साकेत डिग्री कॉलेज से छात्रसंघ के महामंत्री भी बने. यहीं से उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई और 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में गोंडा सीट से पहली बार संसद पहुंचे.
बृजभूषण सिंह ने पहली बार लोकसभा की चौखट 1991 में पार की. इसके साथ ही गोंडा सीट पर मनकापुर स्टेट से आने वाले आनंद सिंह का वर्चस्व खत्म हो गया. पहली बार सांसद बनते ही बृजभूषण के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई. बृजभूषण सिंह पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (underworld don dawood ibrahim) की डी कंपनी से संबंधों का आरोप लगा. दरअसल दाऊद इब्राहिम के बहनोई इब्राहिम कासकर की अरुण गवली से गैंगवार में हत्या हो गई थी. इसके बाद 22 सितंबर 1992 को मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में शूटआउट हुआ. इस शूटआउट में गवली गैंग के शैलेश हालदनकर और विपिन को अस्पताल में घुसकर मार दिया गया. बृजभूषण सिंह पर आरोप लगा कि डी कंपनी के शूटर्स को उन्होंने शरण दी. टाडा लगने के बाद वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे.
6 दिसंबर 1992 को हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस (Babri Masjid demolition) मामले में भी बृजभूषण शरण सिंह (brijbhushan sharan singh) आरोपी थे. लेकिन 30 सितंबर 2020 को करीब 28 साल बाद लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को बरी कर दिया. इस मामले में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी (lal Krishna Advani), मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह समेत 32 आरोपियों को बरी किया गया.
बल्लीपुर गोलीकांड में आरोपी
1993 में गोंडा में हुआ बल्लीपुर गोलीकांड भी बृजभूषण के लिए चैलेंज था. उस वक्त समाजवादी पार्टी के नेता विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह पर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी. उस वक्त उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह की सरकार ने गंभीर रूप से जख्मी पंडित सिंह को एयरलिफ्ट कराया था. एमपी एमएलए कोर्ट ने 19 दिसंबर 2022 को इस मामले में भी बृजभूषण को आरोपमुक्त कर दिया.
राज्य में मायावती की सरकार थी. गोंडा जिले के जयप्रभाग्राम में मायावती ने एक कार्यक्रम में जिले का नाम बदलकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण नगर करने की घोषणा की. बृजभूषण शरण सिंह ने उस वक्त मुख्यमंत्री मायावती (cm mayawati) की इस घोषणा पर ऐतराज जताया. इसके बाद बृजभूषण सिंह ने पदयात्रा निकाली. बाद में मायावती ने फैसला वापस ले लिया.
अब बृजभूषण सिंह के सियासी जीवन के लिए एक और बड़ी चुनौती आ गई है. इसकी शुरुआत 18 जनवरी 2023 को हुई. महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया. ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को कई मेडल दिला चुके इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए हैं. विनेश ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे, जो नियमों के खिलाफ है. विनेश ने रोते हुए आरोप लगाया कि कुश्ती संघ अध्यक्ष उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं. 21 जनवरी तक पहलवानों का यह धरना चला और फिर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मीटिंग के बाद एक जांच कमिटी बनी. इसके बाद रेसलर्स का धरना खत्म हुआ. लेकिन अप्रैल से पहलवानों ने फिर से जंतर-मंतर पर धरना शुरु कर दिया.