यमुना की सफाई को लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) की कोशिशों और दावों के उलट, ये और मैली (Dirty) हो गई है. यमुना के लिए गठित उच्चस्तरीय कमिटी (high level committee) की पहली मीटिंग में एक रिपोर्ट जारी की गई. इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले आठ सालों के दौरान यमुना में प्रदूषण (Pollution in Yamuna) दोगुना तक बढ़ गया है. यमुना के प्रदूषण में नजफगढ़ (Najafgarh) नाले की 68.71 प्रतिशत तो शाहदरा नाले की हिस्सेदारी 10.90 फीसदी है.
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2014 से राजधानी में यमुना में प्रदूषण हर साल बढ़ा है, महज 2019 इसका अपवाद रहा है. बताया जा रहा है कि बढ़ते प्रदूषण की वजह यह है कि इस दौरान सरकार नजफगढ़ ड्रेन में प्रदूषण कम करने में नाकाम रही, जबकि एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे कंट्रोल करने के आदेश दिए हैं.