बीते सालभर से जारी पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन(India vs China Conflict) की तनातनी के बीच भारतीय सेना ने बड़ा फैसला लिया है. जिसके मुताबिक 40 साल पुराने लड़ाकू वाहनों(Fighter Vehicles in Army) को बदलने का फैसला किया गया है. इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस काम में अभी दो से तीन साल और लगेंगे. ये सभी वाहन बुलेट प्रूफ होते हैं और हथियारों से लैस होते हैं. साथ ही जवाबी हमलों के लिए बेहद सुरक्षित माने जाते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक इन वाहनों का निर्माण देश में ही करने का फैसला लिया गया है. इस काम के लिए सेना ने निर्माताओं से प्रस्ताव भी मंगवाए हैं. निर्माता कंपनियां इस काम के लिए विदेशी कंपनियों का भी साथ ले सकती हैं. जिन वाहनों को बदला जाएगा उनकी संख्या करीब 1700 है.