उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) में बहने वाली गंगा नदी में कई शव बरामद किए जाने की घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार (NHRC) ने स्वत: संज्ञान लिया है. गुरुवार को एनएचआरसी ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के साथ यूपी और बिहार सरकार को नोटिस जारी करके गंगा नदी में पाई गई लाशों का ब्योरा मांगा है. आयोग ने पूछा है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है और अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है?, NHRC ने चार हफ्ते के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा है. आयोग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि अगर वो लाशें कोरोना मरीजों (Corona Positive) की नहीं थीं, तो भी इस तरह से नदी में लाशों का तैरना पूरे समाज के लिए शर्मनाक है. आयोग के मुताबिक लाशों का नदी में बहाया जाना उनके मानव अधिकार का हनन है. साथ ही ऐसा करने से उन सभी लोगों के जीवन पर असर पड़ा है जो रोजाना के काम के लिए गंगा नदी पर निर्भर करते हैं.